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Tor Browser क्या है? क्या ये Safe है? जानिए पूरा सच

Tor Browser

आज के समय में इंटरनेट हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप इंटरनेट पर सर्फिंग करते हैं तो आपकी जानकारी, आपकी लोकेशन और आपकी ऑनलाइन एक्टिविटीज़ सुरक्षित हैं या नहीं?

अगर आप को भी अपनी प्राइवेसी की चिंता है तो आपने कभी न कभी Tor Browser का नाम जरूर सुना होगा।

कई लोग इसे Dark Web तक पहुंचने वाला ब्राउज़र मानते हैं, तो कुछ इसे सबसे सुरक्षित ब्राउज़र मानते हैं।

तो फिर सच्चाई क्या है? आइए जानते है, Tor Browser क्या है, ये कैसे काम करता है, और क्या ये सच में सुरक्षित है या नहीं?

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Tor Browser क्या है?

Tor Browser एक फ्री और ओपन-सोर्स वेब ब्राउज़र है, जिसका उपयोग खास तौर पर प्राइवेसी और पहचान छिपाने के लिए किया जाता है।

Tor Browser का पूरा नाम है The Onion Router, क्योंकि यह आपके द्वारा सर्च किये गए इंटरनेट डेटा को  लेयर्स से पास करता है, उसी तरह जैसे प्याज़ की परतें होती हैं।

जब भी आप Tor Browser का स्तेमाल करते हैं, तब आपका डेटा सीधा वेबसाइट तक नहीं जाता, बल्कि वह कई अलग अलग Relay Servers से होकर पास होता है। इन सर्वर्स में से हर एक सिर्फ अपने अगले और पिछले सर्वर की जानकारी जानता है, जिससे आपके असली IP अड्रेस का पता नहीं चलता।

Tor Browser कैसे काम करता है?

Network

Tor नेटवर्क एक Volunteer based Network है।

दुनियाभर में हजारों लोग अपने कंप्यूटर को Tor नेटवर्क से जोड़ते हैं, उन सर्वर्स को Nodes या Relays के नाम से जाना जाता है।

जब आप Tor से किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपका ट्रैफिक तीन तरह के नोड्स से होकर गुजरता है, जिनमें पहला Entry Node, जो आपको Tor नेटवर्क से जोड़ता है, दूसरा Middle Node जो आपका डेटा दूसरे नोड तक भेजता है, और Exit Node वेबसाइट से कनेक्शन बनाकर डेटा वापस भेजता है।

इस पूरी प्रोसेस में आपका असली IP और लोकेशन पूरी तरह छिप जाती है।

Tor Browser का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?

लोग Tor Browser को कई तरह से उपयोग में लेते है।

कई लोग इसे अपनी ऑनलाइन प्राइवेसी बचाने, कुछ सरकारी निगरानी (Censorship) से बचने, और कुछ Dark Web एक्सेस करने के लिए उपयोग करते हैं।

जर्नलिस्ट, एक्टिविस्ट, और रिसर्चर Tor को इसलिए इस्तेमाल करते हैं ताकि उनकी पहचान छिपी रहे। कई देशों में इंटरनेट पर सर्कार की कड़ी नजर होती है, वहां Tor जैसे ब्राउज़र लोगों को आज़ादी से जानकारी पाने में मदद करते हैं।

यह भी सच है कि कुछ लोग इसका इस्तेमाल ग़लत कामों के लिए भी करते हैं, जैसे ग़ैर कानूनी  मार्केट्स, ड्रग्स या हैकिंग वेबसाइट्स तक पहुंचने के लिए।

लेकिन यह बात याद रखनी जरूरी है की Tor का असली मकसद अपराध नहीं, बल्कि प्राइवेसी देना है।

Normal Browser और Tor Browser में क्या फर्क है?

Chrome Browser

अगर आप Chrome, Edge या Firefox जैसे ब्राउज़र इस्तेमाल करते हैं, तो आपका लोकेशन और डेटा सेव होता रहता है। इन ब्राउज़र की मदद से सरकार आपकी एक्टिविटी को ट्रैक कर सकती है।

लेकिन जब आप Tor Browser का इस्तेमाल करते है, तो यह ब्राउज आपकी एक्टिविटी को ट्रैक होने से रोकता है।

नार्मल ब्राउज़र आपके इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर को आपकी हर वेबसाइट दिखा देता है, और Tor आपका ट्रैफिक पूरी तरह एन्क्रिप्ट कर देता है और असली लोकेशन छिपा देता है।

क्या Tor Browser सुरक्षित है?

हाँ, Tor Browser आपकी पहचान छिपाने में बहुत मदद करता है, लेकिन यह 100% फुलप्रूफ नहीं है।

अगर आप Tor पर काम करते हुए अपने असली ईमेल या सोशल मीडिया अकाउंट में लॉगिन करते हैं, तो आपकी पहचान ट्रेस की जा सकती है।

इसके अलावा, Tor के कुछ Exit Nodes असुरक्षित भी हो सकते हैं, क्योंकि ये आपके डेटा को देख सकते हैं अगर वेबसाइट HTTPS से सुरक्षित नहीं है। इसी लिए Tor टीम सलाह देती है कि हमेशा HTTPS साइट्स पर ही विजिट करें।

क्या Tor Browser से Dark Web को Access किया जा सकता है?

हाँ, Tor Browser से आप Dark Web एक्सेस कर सकते हैं।

Dark Web इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे Google या अन्य सर्च इंजन इंडेक्स नहीं करते। क्यों की इन वेबसाइट्स का डोमेन .onion से खत्म होता है, और ये सिर्फ Tor Browser से ही लोड होती हैं।

लेकिन Dark Web का इस्तेमाल करते समय बहुत सावधानी रखनी चाहिए, क्योंकि वहां बहुत सी वेबसाइट्स illegal activities से जुड़ी होती हैं, जिसमे drugs, weapons या चोरी का डेटा बेचना जैसे काम शामिल होते है।

Tor Browser कानूनी है, लेकिन अगर आप Dark Web पर किसी गैरकानूनी काम में शामिल होते हैं तो वह अपराध माना जाएगा।

Tor Browser के फायदे क्या हैं?

Tor Browser का सबसे बड़ा फायदा है कि यह आपकी Online Identity छिपाता है। यह किसी को भी यह पता नहीं चलने देता कि आप कौन हैं और कहां से इंटरनेट इस्तेमाल कर रहे हैं।

इसके अलावा Tor से आप Blocked Websites भी एक्सेस कर सकते हैं। अगर किसी देश या नेटवर्क में कोई वेबसाइट बैन है, तो Tor के जरिए आप उसे खोल सकते हैं।

यह Tracking Cookies और Scripts को भी ब्लॉक करता है, जिससे आपकी ब्राउज़िंग और भी सुरक्षित हो जाती है।

Tor Browser के नुकसान क्या हैं?

Tor Browser आपकी प्राइवेसी को सिक्योर रखता है, लेकिन इसमें कुछ खामियाँ भी हैं।

यह ब्राउज़र धीमा चलता है, क्योंकि आपका डेटा कई सर्वर्स से होकर गुजरता है, और कुछ वेबसाइट्स Tor यूज़र्स को ब्लॉक कर देती हैं, क्योंकि वो anonymous ट्रैफिक को suspicious मानती हैं।

इसके अलावा कुछ देशों में Tor को बैन किया हुआ है।

क्या भारत में Tor Browser का इस्तेमाल करना कानूनी है?

Laptop

भारत में Tor Browser का इस्तेमाल कानूनी (Legal) है। अगर आप इसे प्राइवेसी, सिक्योरिटी और रिसर्च के लिए यूज़ करते हैं।

अगर आप इसका इस्तेमाल किसी गैरकानूनी काम के लिए करते हैं, तो वह कानून के खिलाफ होगा।

Tor Browser का इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखें?

अगर आप Tor Browser का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो कुछ सावधानियाँ रखना जरूरी है।

  • हमेशा HTTPS वेबसाइट्स पर जाएं
  • पर्सनल इनफार्मेशन जैसे नाम, ईमेल, अकाउंट डिटेल शेयर न करें
  • बिना जरूरत कोई फाइल डाउनलोड न करें
  • VPN के साथ Tor Browser का इस्तेमाल करें

Tor Browser और VPN में क्या फर्क है?

Tor और VPN दोनों ही आपकी ऑनलाइन प्राइवेसी को सिक्योर रखते हैं, लेकिन दोनों का तरीका अलग है।

VPN आपके डेटा को एक सिक्योर टनल से पास करता है और आपके लोकेशन को छिपा देता है। लेकिन VPN कंपनी को आपकी एक्टिविटी का डेटा दिख सकता है।

Tor Browser में कोई भी central authority नहीं होती। यह एक डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क है, जहाँ हजारों सर्वर आपके ट्रैफिक को अलग अलग रास्तों से पास करते हैं।

अगर आपको सिर्फ प्राइवेसी चाहिए तो VPN का इस्तेमाल कर सकते है, लेकिन अगर आप पूरा गुमनाम रहना चाहते हैं, तो Tor बेहतर ऑप्शन है।

यह भी पढ़ें: VPN क्या है, और यह कैसे काम करता है?

Conclusion

Tor Browser की मदद से कोई भी व्यक्ति आजादी से इंटरनेट की किसी भी साइट को एक्सेस कर सकता है। जिससे हमे यह एहसास होता है की आज भी प्राइवेसी संभव है, अगर आप इंटरनेट पर सुरक्षित रहना चाहते हैं, surveillance से बचना चाहते हैं या सिर्फ यह समझना चाहते हैं कि इंटरनेट के गहराई वाले हिस्से कैसे दिखते हैं, तो Tor एक शानदार ऑप्शन है।
पर, याद रखिए टेक्नोलॉजी बुरी नहीं होती, उसे इस्तेमाल करने वाला इंसान तय करता है कि उसका उपयोग सही है या गलत।

 

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