इंटरनेट एक बड़े महासागर की तरह है, जिसमें कई तरह के लेयर होते हैं। हम आमतौर पर जो इंटरनेट का उपयोग करते हैं, वह इसका सिर्फ सरफेस वेब होता है। लेकिन इसके नीचे Deep Web और Dark Web जैसी दुनिया भी मौजूद हैं, जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
आज की इस पोस्ट में हम आपको डार्क वेब क्या है, यह कितना सुरक्षित है, और इसे एक्सेस करने के क्या खतरे हो सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी देंगे।
Dark Web क्या है?

डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है जिसे सर्च इंजन द्वारा इंडेक्स नहीं किया जाता और इसे एक्सेस करने के लिए खास सॉफ्टवेयर, कॉन्फ़िगरेशन और परमिशन की जरूरत पड़ती है।
यह वेब का छिपा हुआ हुआ हिस्सा है, जिसे लोग अपनी प्राइवेसी और अनोनिमिटी को छुपाने के लिए करते है।
डार्क वेब को एक्सेस करने के लिए TOR (The Onion Router) जैसे ब्राउज़रों का उपयोग किया जाता है, जो यूजर्स को Anonymously ब्राउज़िंग करने में मदद करता है।
इंटरनेट की 3 मुख्य परतें
इंटरनेट को तीन भागों में बांटा जाता है: Surface Web, Deep Web और Dark Web
Surface Web
सरफेस वेब वह हिस्सा है जिसे हम अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करते हैं।
इसमें गूगल, यूट्यूब, फेसबुक जैसी वेबसाइटें आती हैं, जिन्हें कोई भी आसानी से एक्सेस कर सकता है।
यह इंटरनेट का सिर्फ 10% हिस्सा होता है।
Deep Web
डीप वेब इंटरनेट का वह भाग है जो पासवर्ड से सिक्योर होता है, या जिसे कोई भी आसानी से एक्सेस नहीं कर सकता।
इसमें बैंक अकाउंट डिटेल्स, मेडिकल रिपोर्ट्स, सरकारी डेटा जैसी चीजें शामिल होती हैं।
यह इंटरनेट का 90% हिस्सा होता है और इसे एक्सेस करने के लिए खास परमिसन या लॉगिन की जरूरत होती है।
Dark Web
Dark Web, डीप वेब का एक छोटा लेकिन खतरनाक हिस्सा है जिसे स्पेशल ब्राउज़र के जरिए ही एक्सेस किया जा सकता है।
इसमें कई सीक्रेट फोरम, हैकर ग्रुप्स, गैर कानूनी मार्केट्स और कई सारी सेंसेटिव जानकारी पाई जाती है।
डार्क वेब को खास सीक्रेट बातचीत और गैर कानूनी कामों के लिए जाना जाता है।
Dark Web को कैसे एक्सेस किया जाता है?

Dark Web को एक्सेस करने के लिए कुछ खास टूल्स और ज्यादा सावधानियों की जरूरत होती है।
TOR ब्राउज़र
Dark Web को एक्सेस करने के लिए सबसे पहले TOR ब्राउज़र का उपयोग किया जाता है।
जब आप Tor ब्राउज़र से कोई वेबसाइट खोलते हैं, तो आपका डेटा तीन अलग-अलग सर्वरों से होकर गुजरता है, और हर सर्वर डेटा को एन्क्रिप्ट करता है। जिससे वेबसाइट को आपकी असली IP एड्रेस नहीं दिखती, जिससे आपकी पहचान गुप्त रहती है।
VPN
Dark Web को एक्सेस करने के लिए कई लोग VPN का भी उपयोग करते है।
जब आप VPN से कनेक्ट होते हैं, तो आपका इंटरनेट ट्रैफ़िक एक सुरक्षित सर्वर से होकर गुजरता है। यह आपका असली IP एड्रेस को छुपा देता है और एक नया वर्चुअल IP एड्रेस देता है, जिससे आपके द्वारा भेजे गए डेटा को एन्क्रिप्ट कर दिया जाता है, जिससे हैकर या सरकार इसे ट्रैक नहीं कर सकते।
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.onion
Dark Web पर मौजूद वेबसाइटें .com की जगह .onion के साथ आती है।
इन्हें एक्सेस करने के लिए खास .onion लिंक की जरूरत होती है, जो अक्सर सीक्रेट फोरम या खास आर्गेनाइजर के द्वारा बनायीं जाती है।
डार्क वेब पर नेविगेट करना बेहद जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि यहां कई सारी गैरकानूनी एक्टिविटी होती हैं।
इसलिए, अगर आप इसे एक्सेस कर रहे हैं, तो सावधानी रखनी जरूरी है और किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचना जरूरी है।
Dark Web का उपयोग क्यों किया जाता है?
Dark Web का उपयोग कानूनी और गैर कानूनी, दोनों कामों के लिए किया जाता है।
कानूनी
कानूनी उपयोग में डार्क वेब को सीक्रेट बातचीत, सुरक्षित डेटा शेयरिंग और सेंसरशिप से बचने के लिए किया जाता है।
पत्रकार, एक्टिविस्ट और व्हिसलब्लोअर्स अपनी पहचान छुपाने के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करते हैं।
कुछ कंपनियां अपने सेंसेटिव डेटा को सुरक्षित शेयर करने के लिए इसका उपयोग करती हैं।
कुछ देशों में सरकारी सेंसरशिप के कारण लोग अनसेंसर्ड कंटेंट एक्सेस करने के लिए डार्क वेब का सहारा लेते हैं।
गैर कानूनी
गैर कानूनी उपयोग में हैकिंग, साइबर क्राइम, ड्रग्स और हथियारों की गैरकानूनी बिक्री, चोरी की जानकारी जैसी गैरकानूनी एक्टिविटीज शामिल हैं।
Dark Web पर हैकर्स डेटा चोरी, DDOS(Distributed Denial of Service) अटैक और मालवेयर बेचते है।
कई गैर कानूनी मार्केटप्लेस ऐसे हैं, जहां ड्रग्स, हथियार और फर्जी दस्तावेजों की बिक्री होती है।
चोरी किए गए क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, बैंक अकाउंट्स और पासवर्ड भी यहां बेचे जाते हैं।
Dark Web एक्सेस करने के खतरे
Dark Web को एक्सेस करने में बहुत बड़ा खतरा हो सकता है। यह एक्सेस कई तरह के कानूनी, साइबर और वित्तीय खतरों को जन्म दे सकता है।
कानूनी खतरे
कई देशों में डार्क वेब एक्सेस करना गैरकानूनी माना जाता है।
अगर आप गलती से किसी गैर कानूनी एक्टिविटी वाली वेबसाइट पर जाते हैं, तो आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
साइबर क्राइम का शिकार
Dark Web पर कई फ्रॉड और स्कैम होते हैं।
अगर आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं या अपनी कोई व्यक्तिगत जानकारी शेयर करते हैं, तो आपका डेटा चोरी हो सकता है या आप किसी धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
वायरस और मालवेयर का खतरा
कई वेबसाइट्स वायरस, ट्रोजन जैसे खतरनाक सॉफ़्टवेयर से भरी होती हैं।
अगर आप कोई फाइल डाउनलोड करते हैं, तो आपका कंप्यूटर या मोबाइल इनका शिकार हो सकता है।
हैकर्स और ट्रैकिंग
कई हैकर्स डार्क वेब पर एक्टिव रहते हैं, जो आपकी प्राइवेसी और डाटा को चुरा सकते हैं।
अगर आपने सही सिक्योरिटी का उपयोग नहीं किया, तो आपका IP एड्रेस, लोकेशन और बाकी सब सेंसेटिव डेटा लीक हो सकता है।
क्या Dark Web सुरक्षित है?
अगर आप इसे सही काम से और सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करते हैं, तो यह सुरक्षित हो सकता है।
लेकिन गलत वेबसाइटों पर जाने से आपकी सिक्योरिटी और प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है।
Dark Web को सुरक्षित एक्सेस करने के लिए क्या करना चाहिए?

डार्क वेब को कई तरह से सुरक्षित एक्सेस किया जा सकता है,
- TOR ब्राउज़र को हमेशा अपडेट रखें।
- VPN का उपयोग करें।
- कोई भी पर्सनल जानकारी शेयर न करें।
- किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- Dark Web का उपयोग गैर कानूनी तरीके से कभी ना करें।
Conclusion
Dark Web इंटरनेट की एक अनदेखी दुनिया है, जहां पर कई अच्छी और बुरी दोनों चीजें होती हैं।
यह प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए अच्छा हो सकता है, लेकिन इसके गलत उपयोग से यह कानूनी और साइबर खतरों को जन्म दे सकता है।
अगर आप इसे एक्सेस करना चाहते हैं, तो सावधानी से करें, कानूनी नियमों का पालन करें, और किसी भी शंकास्पद एक्टिविटी में शामिल न हों।
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