कंप्यूटर चलाने के लिए जिस सॉफ़्टवेयर की जरूरत होती है, उसे ऑपरेटिंग सिस्टम यानी OS कहा जाता है। दुनिया में बहुत से ऑपरेटिंग सिस्टम हैं, लेकिन ज्यादातर यूजर्स Windows और Linux इन दो OS को इस्तेमाल करते हैं।
कंप्यूटर इस्तेमाल करते समय कई लोगों के मन में ये सवाल उठता है की, इन दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम में कोनसा सिस्टम सबसे अच्छा है? इसलिए आज इस पोस्ट में हम इन दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे की कोनसा OS आपके लिए सही है।
तो चलिए, शुरू करते है,
Operating System क्या होता है?

कंप्यूटर खुद से कुछ नहीं कर सकता। उसे कंट्रोल करने और हमारे कमांड को मशीन की भाषा में बदलकर काम करवाने के लिए एक प्रोग्राम की जरूरत होती है, जिसे ऑपरेटिंग सिस्टम कहा जाता है। यह सिस्टम हार्डवेयर, सॉफ़्टवेयर, स्टोरेज, इनपुट-आउटपुट और बाकी सभी प्रोसेस को मैनेज करता है। Windows और Linux भी इसी काम के लिए बनाए गए हैं, बस इनकी सोच, डिजाइन और फिलॉसफी अलग है।
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Windows और Linux का इतिहास
Windows दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जानेवाला ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे Microsoft ने 1985 में लॉन्च किया था। समय के साथ इसमें बहुत नए नए अपडेट्स हुए और नए नए वर्ज़न आते गए जैसे Windows 95, Windows XP, Windows 7, Windows 10 और आज Windows 11। आज Windows को बिजनेस, घर और शिक्षा, हर जगह सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
Linux को बिल्कुल अलग ही विचार पर बनाया गया है। इसे 1991 में Linus Torvalds ने बनाया था। यह एक open source सिस्टम है जिसका मतलब है कि इसकी कोडिंग दुनिया भर के डेवलपर्स के लिए खुली रहती है और कोई भी इसे और भी ज्यादा बेहतर बनाने में मदद करता है। इसी वजह से Linux के सैकड़ों अलग अलग वर्जन मौजूद हैं, जिन्हें डिस्ट्रीब्यूशन कहा जाता है। Ubuntu, Linux Mint, Debian, Fedora, Kali Linux जैसे डिस्ट्रीब्यूशन अलग अलग जरूरतों के अनुसार बनाए गए हैं।
User Interface
Windows
इस OS का इंटरफेस बहुत क्लीन है।
कोई भी व्यक्ति जिसने पहले कभी कंप्यूटर इस्तेमाल किया हो, वह इस OS में आसानी से आइकन, स्टार्ट मेन्यू, टास्कबार, सेटिंग और फोल्डर्स के बीच काम करना सीख जाता है। इसी वजह से दुनिया में ज्यादातर लोग कंप्यूटर सीखना इसी OS से ही शुरू करते हैं।
Linux
इस OS का इंटरफेस इस बात पर डिपेंड करता है कि आप कौन सा वर्जन इस्तेमाल कर रहे हैं।
Ubuntu और Linux Mint जैसे डिस्ट्रीब्यूशन Windows से बहुत मिलते जुलते हैं और नए यूज़र्स भी थोड़े समय में इन्हें सीख सकते हैं। लेकिन कुछ डिस्ट्रीब्यूशन ऐसे भी हैं जो नए यूजर्स को थोड़ा कठिन महसूस हो सकते हैं।
Installation

Windows
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टॉल करना बहुत आसान है। एक बूटेबल USB बना कर, सेटअप फाइल चलाते हैं और कुछ स्टेप में यह इंस्टॉल हो जाता है। लेकिन यह एक paid सॉफ़्टवेयर है, इसलिए इसे कानूनी तरीके से उपयोग करने के लिए लाइसेंस खरीदना होता है।
Linux
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टॉल करना अब पहले से बहुत ज्यादा आसान हो गया है। खासकर Ubuntu और Mint जैसे वर्जन बिना किसी कठिनाई के इंस्टॉल हो जाते हैं। सबसे बड़ी खासियत यह है कि Linux पूरी तरह फ्री है और आपको लाइसेंस खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती।
System Requirements
Windows
इस ऑपरेटिंग सिस्टम के नए वर्जन Windows 11 को अच्छे और मजबूत हार्डवेयर की जरूरत होती है। कम RAM वाले कंप्यूटर पर Windows धीमा महसूस हो सकता है। अगर कंप्यूटर पुराना है तो Windows के परफॉरमेंस पर असर दीखता है और कभी कभी धीमी प्रोसेस देखि जा सकती है।
Linux
यह ऑपरेटिंग सिस्टम हल्के सिस्टम पर भी दमदार परफॉर्मन्स देता है। जो पुराने कंप्यूटर होते है,जिनमें 2GB या 1GB RAM होता है, उनमें भी Linux फ़ास्ट चल सकता है। इसी वजह से Linux को पुराने सिस्टम को दोबारा उपयोग में लाने का सबसे अच्छा ऑप्शन माना जाता है।
Software and Applications

Windows
इस ऑपरेटिंग सिस्टम को सॉफ्टवेयर के मामले में सबसे मजबूत OS माना जाता है। इस OS पर ऑफिस वर्क, गेमिंग, क्रिएटिव डिजाइन, फोटो एडिटिंग, वीडियो एडिटिंग, बैंकिंग या सरकारी काम, हर तरह के सॉफ़्टवेयर बहुत स्मूथ काम करते है।
Linux
इस ऑपरेटिंग सिस्टम के पास अपने बहुत सारे सॉफ़्टवेयर हैं जिनमें से ज्यादातर फ्री होते हैं। ऑफिस का काम LibreOffice में किया जाता है, फोटो एडिटिंग GIMP में और वीडियो एडिटिंग को Kdenlive जैसे ऐप्स में किया जाता है। लेकिन कुछ खास Windows सॉफ्टवेयर Linux पर सीधे नहीं चलते और उन्हें चलाने के लिए अलग सेटअप का सहारा लेना पड़ सकता है।
Gaming
Windows
गेमिंग के मामले में यह ऑपरेटिंग सिस्टम आज भी सबसे आगे है। लगभग सभी बड़े और AAA गेम इसी OS पर ही आते हैं और DirectX सपोर्ट की वजह से परफॉर्मेंस शानदार मिलता है। प्रोफेशनल गेमिंग और बड़ी स्क्रीन वाली गेमिंग सिस्टम्स में यह OS सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है।
Linux
इस ऑपरेटिंग सिस्टम में गेमिंग पहले से कहीं ज्यादा डेवलप हो चुकी है और Steam के Proton जैसे सॉल्यूशन्स की वजह से बहुत से Windows गेम Linux पर भी चल जाते हैं। लेकिन आज भी Windows जितना परफेक्ट महसूस नहीं होता, इसलिए हार्डकोर गेमर्स Windows को ही चुनते हैं।
Security
Windows
यह ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है इसलिए वायरस और मालवेयर का ज्यादा निशाना भी यही बनता है। इस OS को सिक्योरिटी देने के लिए एंटीवायरस का उपयोग करना जरूरी होता है।
Linux
यह ऑपरेटिंग सिस्टम सिक्योरिटी के मांमले में बहुत मजबूत है। इसकी फाइल परमीशन और ओपन सोर्स आर्किटेक्चर इसे और ज्यादा सिक्योर बनाते हैं। इस OS पर वायरस बहुत कम देखने को मिलते हैं और कुछ यूजर्स को एंटीवायरस की जरूरत भी नहीं पड़ती।
Customization
Windows
इस ऑपरेटिंग सिस्टम में लिमिटेड Customization मिलता है। इस OS में आप थीम, वॉलपेपर, आइकन या सेटिंग्स बदल सकते हैं लेकिन सिस्टम की गहराई में ज्यादा बदलाव नहीं कर सकते।
Linux
इस ऑपरेटिंग सिस्टम में Customization का लेवल बहुत बड़ा है। आप डेस्कटॉप एनवायरनमेंट, सॉफ्टवेयर, थीम, मेन्यू, एनिमेशन और सिस्टम की हर छोटी बड़ी चीज अपनी इच्छा के अनुसार बदल सकते हैं। अगर आपको कंप्यूटर को अपनी पसंद के हिसाब से सेट करना पसंद है तो यह OS आपको बहुत अच्छा अनुभव देगा।
Performance

Windows
यह ऑपरेटिंग सिस्टम एक पॉवरफुल सिस्टम है लेकिन बैकग्राउंड में चलने वाली सर्विसेज, अपडेट्स और बड़े सॉफ्टवेयर के वजह से समय के साथ थोड़ा धीमा हो सकता है। नए सिस्टम पर यह फ़ास्ट काम करता है लेकिन पुराने कंप्यूटरों के लिए हमेशा उतना फ़ास्ट नहीं चलता।
Linux
यह ऑपरेटिंग सिस्टम हल्का और काफी फ़ास्ट भी है। यह कम RAM और पुराने हार्डवेयर पर भी बहुत फ़ास्ट काम करता है। बूट टाइम भी खासकर Windows के मुकाबले कम होता है और प्रोसेसिंग ज्यादा स्मूथ महसूस होती है।
Conclusion
Windows और Linux दोनों ही बहुत शानदार सिस्टम हैं। अगर आप एक सामान्य यूजर हैं और सिर्फ ब्राउज़िंग, वीडियो देखने, डॉक्यूमेंट बनाने या सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं तो Windows आपके लिए सही रहेगा। और अगर आपके पास पुराना कंप्यूटर है और आप चाहते हैं कि वह दोबारा फ़ास्ट चले तो Linux एक शानदार ऑप्सन है। अगर आप गेम खेलना पसंद करते हैं तो Windows अभी भी बहुत अच्छा अनुभव देता है। और अगर आप प्रोग्रामर, डेवलपर या सर्वर और नेटवर्किंग सीख रहे हैं तो Linux आपको एक नए लेवल की टेक्नोलॉजी की समझ देगा।
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